टोरंटो के छ: और स्कूल जनवरी तक बंद हुए

- कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए टीडीएसबी ने लिया यह निर्णय

टोरंटो। कोविड-19 के बढ़ते मामले देखते हुए रविवार को टोरंटो डिस्ट्रीक्ट स्कूल बोर्ड ने एक बड़ी घोषणा करते हुए छ: अन्य स्कूलों को भी बंद करने का निर्णय लिया हैं। बोर्ड के अनुसार पिछले कुछ दिनों में जिन स्कूलों में छात्रों व स्कूल स्टाफ मैम्बरों में कोविड-19 संक्रमण के लक्षण देखने को मिले, उन स्कूलों को सतर्कता के तौर पर बंद कर दिया हैं। बंद होने वाले स्कूलों में सिटी ऑडिट लर्निंग सेंटर, हमेवूड कम्युनिटी स्कूल, आरएच मक्ग्रेवर एलीमेंटरी स्कूल, डेविड लेविस पब्लिक स्कूल, ग्रेनेबल पब्लिक स्कूल और ओकरीडज जूनियर पब्लिक स्कूल को अगली जांच के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया हैं, सूत्रों के अनुसार यह जांच जनवरी तक ही पूर्ण हो सकेगी जिसके पश्चात ही इन स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया जा सकेगा। टीडीएसबी के प्रवक्ता रायन बर्ड ने बताया कि उपरोक्त स्कूलों में कोविड के केसों पर पूरी नजर रखी जा रही हैं, जिस भी स्कूल से प्राप्त आंकड़ों में यह प्रतीत होता है कि यहां स्थिति अनियंत्रित हो सकती हैं तो फौरन उस स्कूल को बंद रखने की घोषणा कर दी गई। बर्ड के अनुसार सबसे पहले दो स्कूलों में कोविड के मामले सामने आने से हड़कंप मचा जिसके कारण बोर्ड ने पहले इन स्कूलों को अगली जांच तक बंद रखने की घोषणा की, परंतु जब कुछ अन्य स्कूलों में भी कोविड-19 के मामलों की पुष्टि की गई तो बोर्ड को यह कठोर निर्णय लेना पड़ा।  ज्ञात हो कि पिछले सप्ताह कोविड-19 के दो दर्जन से अधिक मामले मिलने पर थ्रोनक्लीफ पार्क स्कूल को आगामी एक सप्ताह के लिए बंद करने की घोषणा की गई हैं, टोरंटो डिस्ट्रीक्ट स्कूल बोर्ड द्वारा जारी अपने ट्विटर संदेश में यह माना गया कि इस स्कूल के अलावा आगामी 14 दिसम्बर तक फ्रेसर मर्सड अर्ली लर्निंग स्कूल को भी बंद रखा जाएगा, संदेश में यह भी कहा गया कि कोविड-19 की पूरी जांच के पश्चात ही इन स्कूलों को खोलने का पूर्ण निर्णय लिया जा सकेगा। टीडीएसबी के डैशबोर्ड में यह भी कहा गया कि गत शुक्रवार को अकादमी में कोविड-19 के सात एक्टिव केसों की पुष्टि की गई हैं, जिसमें 23 किंडरगार्टन क्लासस और हाऊसस चल रही थी जबकि एक चाइल्ड-केयर सेन्टर की भी बहाली सुनिश्चित की गई थी। सूत्रों के अनुसार थ्रोनक्लीफ पार्क पब्लिक स्कूल में पढऩे वाले 26 छात्रों व स्टाफ सदस्यों में लक्षणहीन टेस्टींग के आदेश जारी किए गए, जिसके पश्चात इस बात को भी सुनिश्चित किया गया कि सतर्कता बनाएं रखने के लिए फिलहाल इन स्कूलों को आगामी कुछ समय के लिए बंद रखा जाएं ।  शिक्षमंत्री स्टीफन लीस ने इस बात पर भी अपनी सहमति जताई कि कोविड-19 का यह चरण बहुत तेजी से हस्तांतरित होने वाले चरणों में से एक हैं, इस समय कोविड-19 के फैलने का चार गुणा की दर से संक्रमण फैलने का डर पूरे देश में व्याप्त हो रहा है। पिछले कुछ दिनों में ही कोविड-19 के फैलने की दर 16 प्रतिशत बढ़ी है। जिसके कारण स्कूलों में यह प्रसार और अधिक रफ्तार नहीं पकड़े इस बात पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है और इस कारण से इन स्कूलों को बंद कर दिया गया हैं। टीडीएसबी ने मीडिया को बताया कि फिलहाल बंद किए छ: स्कूलों में 22 पॉजिटीव केस पाएं गए जिसके पश्चात इन सभी स्कूलों को जनवरी तक बंद रखने की घोषणा की गई। सूत्रों के अनुसार आगामी 4 जनवरी तक इन स्कूलों की जांच पूरी हो सकेगी जिसके पश्चात ही इन्हें पुन: खोलने पर विचार किया जा सकता हैं। स्कूलों में प्रसारित होने वाले कोविड-19 के कारण इसके कारणों को भी सुनिश्चित किया गया हैं, प्राथमिक अध्यक्ष संघ की अध्यक्ष जैनीफर ब्राउन ने स्कूलों के बंद होने का प्रभाव बच्चों की पढ़ाई पर कतई भी नहीं पडऩे दिया जाएंगा, जिन छात्रों के स्कूलों को बंद किया गया हैं, उनके लिए ऑनलाईन पढ़ाई के माध्यमों को विकसित किया गया हैं जिससे उनके पाठ्यक्रम को पूरा करवाने में कोई परेशानी न आंए और समय सीमा कम होने के कारण बच्चों पर भी पढ़ाई का अधिक बोझ नहीं बन सके। ब्राउन ने यह भी कहा कि बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ इस बात को भी सुनिश्चित करना होगा कि स्कूल कर्मचारियों का भी स्वास्थ्य ठीक रहे जिससे वे भविष्य में अपने कार्यों की पूर्ति के साथ साथ अपने स्वास्थ्य को भी उचित प्रकार से संतुलित रख सके।

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