आइएस आतंकियों का सीरिया में खूनी खेल, 700 आदिवासियों का किया कत्ल

बगदाद। इराक और सीरिया में तबाही का सबब बन चुके आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने पूर्वी सीरिया में एक आदिवासी समुदाय के 700 सदस्यों की हत्या कर दी है। मानवाधिकार संगठन सीरियन आब्जर्वेटरी फार ह्युमन राइट्स के मुताबिक इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने पिछले दो सप्ताह के दौरान अल शितात आदिवासी समुदाय के 700 सदस्यों की हत्या कर दी है। इनमें से ज्यादातर लोगों के सिर धड़ से अलग कर दिए गए। इस समुदाय के लोग लंबे समय से आतंकियों के साथ संघर्ष कर रहे हैं। यही वजह है कि आइएस आतंकियों ने इस बार इन्हें निशाना बनाया है।

दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) और यूरोपीय संघ (ईयू) ने इराक व सीरिया में आतंक का पर्याय बन चुके इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया है। यूएन सुरक्षा परिषद ने आइएस आतंकियों की आर्थिक मदद कर रहे लोगों की कमर तोड़ने और विदेशी लड़ाकों को वहां पहुंचने से रोकने के लिए एक प्रस्ताव पास किया है। वहीं ईयू मंत्रियों ने ब्रसेल्स में आयोजित इमरजेंसी बैठक में इराक के कुर्द लड़ाकों को हथियार देने पर सहमति जताई।

इराक के प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी द्वारा तीसरी बार पीएम बनने की इच्छा त्यागने पर पूरी दुनिया ने राहत की सांस ली है। यूएन महासचिव बान की मून ने भी उनके फैसले की प्रशंसा की है। सुरक्षा परिषद ने शनिवार को छह लोगों पर प्रतिबंध लगाए। इस प्रस्ताव को सभी देशों का समर्थन मिला। प्रतिबंधित लोगों की संपत्ति जब्त की जाएगी। साथ ही उन पर यात्रा प्रतिबंध भी होगा।

सुरक्षा परिषद ने सभी देशों से अपील की कि वे इन प्रतिबंधों को कड़ाई से लागू करें। ब्रसेल्स में ईयू मंत्रियों ने बैठक के बाद कहा कि कुर्द लड़ाकों ने हमसे मदद की मांग की थी। हमने आम राय से उन्हें हथियार मुहैया कराने का फैसला किया है। ताकि, वे आइएस आतंकियों का सामना कर सकें।

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